भारत में आदि काल से ही मसालों एवं जड़ी बूटियों (Spices & Herbs) का आपार भण्डार पाया जाता है प्राचीन साहित्य वेद पुराण आयुर्वेद के ग्रंथों (Ancient Literature Veda Purana Ayurveda) आदि में भी स्थान स्थान पर इनका उल्लेख मिलता है। ये मसाले जहां एक ओर खाद्य पदार्थों को स्वादिष्ट बनाने में उपयोगी होते हैं। वहीं इनमे औषधीय गुण (Medicinal properties) होने के कारण इनका प्रयोग रोगों के निवारण के लिए भी किया जाता है। भारत में मसालों का सम्पूर्ण विश्व में महत्वपूर्ण स्थान रहा है।
इस पोस्ट के जरिये जाने किस राज्य में किस मसाले की खेती की जाती है:
इसकी खेती हिमाचल प्रदेश,, उत्तर प्रदेश, बिहार, असम, पंजाब मध्य प्रदेश और पश्चिमी बंगाल में की जाती है।
मेथी की खेती भारत के पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, एवं महाराष्ट्र जैसे राज्य में होती है।
भारत में मुख्य रूप से इसकी खेती गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार तथा महाराष्ट्र में होती है।
भारत में मिर्च की खेती बर्फीले एल्पाइन भागों को छोड़ कर पुरे देश में की जाती है। आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा एवं तमिलनाडु मिर्च के मुख्य उत्पादक राज्य है जबकि मध्य प्रदेश, पंजाब, बिहार, उत्तर प्रदेश में भी इसकी अच्छी पैदावार हो जाती है।
जीरे की खेती गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, पश्चिमी बंगाल, मध्य प्रदेश, असम और केरला में की जाती है।
भारत में यह सभी स्थानों पर उगाया जाता है पर इसकी खेती मुख्यत: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश एवं बिहार में होती है।
भारत में पश्चिमी बंगाल, बिहार एवं ओडिशा में इसकी खेती की जाती है।
अजवाइन की खेती राजस्था, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब, पश्चिमी बंगाल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र एवं आंध्र प्रदेश में होती है।
भारत में अधिकतर खेती कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, और उत्तराखंड में की जाती है।
भारत के पश्चमी घाट के दक्षिणी आधरश में होती है। भारत में सबसे अधिक उत्पादन करेला कर्नाटक एवं तमिलनाड में होती है।
इसकी खेती पूर्वी हिमालय क्षेत्र में की जाती है। सिक्किम, नेपाल और बंगाल के उत्तरी भाग में पर्वतीय नदियों के किनारे की जाती है।
इसकी खेती दक्षिण पश्चिमी पर्वतीय क्षेत्र जैसे करेला, कर्नाटका, तामिलनाडु, पांडिचेरी और कन्याकुमारी में होती है।
फलों की प्राप्ति मुख्य रूप से असम, बंगाल, उत्तर प्रदेश, केरल, एवं आंध्र प्रदेश के सदाबहार जंगलों में होती है।
वर्तमान में इसकी खेती उत्तर पश्चिमी हिमालय पंजाब हरियाणा और उतराखंड में की जाती है।
भारत में यह मध्य पश्चिमी हिमालय से उत्तर पूर्वी हिमालय तक की जाती है।