चने की फ़सल के लिए उचित मात्रा में खाद एवं उर्वरक प्रबंधन!
चने की अच्छी पैदावार के लिए खाद का सही उपयोग मिट्टी परीक्षण के अनुरूप ही किया जाना चाहिए इससे पौधों का विकास सही समय पर होता है।
चने के पौधों में नाइट्रोजन स्थिरीकरण जीवाणु जो फ़सल की जड़ो की ग्रंथियों में पाए जाते है यह जीवाणु वायुमण्डल से नाइट्रोजन अवशोषित करते है तथा इस अवशोषित की गई नाइट्रोजन का उपयोग चने के पौधे अपनी वृद्धि करने हेतु करते है।
अगर आप चने की अच्छी उपज प्राप्त करना चाहते है तो फ़सल में बीस से पच्चीस किलो नाइट्रोजन पचास से साठ किलो फॉस्फोरस लगभग बीस किलोग्राम पोटाश व लगभग बीस किलोग्राम ही सल्फ़र (गंधक) प्रति एक एकड़ की मात्रा में उपयोग करे इससे फ़सल में अच्छा परिणाम प्राप्त होगा।
वैज्ञानिक शोध से यह ज्ञात हुआ है की फ़सल की असिंचित अवस्था में लगभग दो प्रतिशत यूरिया खाद या DAP खाद का फ़सल पर छिड़काव करने से फ़सल की उपज में वृद्धि होती है
For good yield of gram, the right use of manure should be done according to the soil test, due to which the development of plants takes place at the right time.
Nitrogen fixing bacteria in gram plants, which are found in the glands of the roots of the crop, these bacteria absorb nitrogen from the atmosphere and this absorbed nitrogen is used by the gram plants for their growth.
If you want to get a good yield of gram, then use twenty to twenty five kilograms of nitrogen, fifty to sixty kilograms of phosphorus, about twenty kilograms of potash and about twenty kilograms of sulfur per one acre, this will give good results in the crop. Will happen.
It has been known from scientific research that in the unirrigated stage of the crop, spraying about two percent urea manure or DAP manure on the crop increases the yield of the crop.