खेती में पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं, खासकर प्रौद्योगिकी और आधुनिक कृषि प्रथाओं के आगमन के साथ। भारत में पुराने समय और आज के समय में खेती के बीच कुछ प्रमुख अंतर यहां दिए गए हैं:
1. मशीनीकरण: पुराने समय में, खेती ज्यादातर हल, दरांती और कुदाल जैसे पारंपरिक उपकरणों का उपयोग करके मैन्युअल रूप से की जाती थी। आज, किसान दक्षता और उत्पादकता बढ़ाने के लिए ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और थ्रेसर जैसी आधुनिक मशीनरी का उपयोग करते हैं।
2. सिंचाई: अतीत में, किसान सिंचाई के लिए प्राकृतिक वर्षा पर निर्भर थे। आज, किसान ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर और ट्यूबवेल जैसी आधुनिक सिंचाई तकनीकों का उपयोग करते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि फसलों को पर्याप्त पानी मिले।
3. उर्वरक और कीटनाशक: पुराने समय में, किसान जैविक खाद और प्राकृतिक कीट नियंत्रण विधियों का उपयोग करते थे। आज, किसान फसल की पैदावार बढ़ाने और फसलों को कीटों और बीमारियों से बचाने के लिए रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग करते हैं।
4. फसल किस्में: अतीत में, किसान पारंपरिक फसल किस्में उगाते थे जो स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल थे। आज, किसानों के पास उच्च उपज वाली संकर और आनुवंशिक रूप से संशोधित फसल किस्मों की एक विस्तृत श्रृंखला तक पहुंच है जो कीटों, बीमारियों और प्रतिकूल मौसम की स्थिति का सामना कर सकती हैं।
कुल मिलाकर, आधुनिक कृषि प्रथाओं ने किसानों को अपनी उत्पादकता और आय बढ़ाने में मदद की है, लेकिन उन्होंने पर्यावरणीय स्थिरता और खाद्य सुरक्षा के बारे में भी चिंताओं को जन्म दिया है।
4.34 K
11 minutes ago6.76 K
48 minutes ago1.86 K
55 minutes ago5.54 K
55 minutes ago4.18 K
55 minutes ago21.41 K
56 minutes ago1.39 K
an hour ago6.35 K
an hour ago3.16 K
an hour ago3.55 K
2 hours ago5.51 K
2 hours ago12.02 K
2 hours ago12.54 K
2 hours ago1.61 K
2 hours ago28.31 K
2 hours ago1.66 K
2 hours ago1.76 K
2 hours ago7.2 K
2 hours ago10.26 K
2 hours ago19.97 K
2 hours ago10.41 K
2 hours ago3.39 K
2 hours ago3.69 K
2 hours ago2.67 K
2 hours ago2.22 K
2 hours ago2.04 K
2 hours ago2.6 K
3 hours ago17.91 K
3 hours ago3.12 K
4 hours ago2.61 K
4 hours ago