भिंडी की फसल की बढ़वार व अच्छे विकास के लिए पोषक तत्व
भिंडी की सफल एक महत्वपूर्ण फसल में से एक है।भिंडी की सब्ज़ी लगभग हर घर में बनायी जाती है भिंडी में फ़ाइबर की मात्रा भी अच्छी होती है इसलिए यह मानव शरीर के लिए भी बहुत उपयोगी है जिससे इसकी बाज़ार इसकी माँग भी बड़ जाती है जिससे किसान भाइयों को अच्छा लाभ प्राप्त होता है। भिंडी की फसल की बढ़वार व अच्छे विकास में पोषक तत्वों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसकी कमी के कारण पौधों के हरेपन में कमी हो जाता है तथा भिंडी के पौधे का सही तरह से विकास नहीं हो पाता है। पौधा छोटा ही रह जाता है जिसकी वजह से इसमें फूल फल भी कम लगते हैं। इसके फलस्वरूप भिंडी के उत्पादन में भी गिरावट आ जाती है। इन सब समस्याओं के निवारण हेतु संतुलित मात्रा में मिट्टी के परीक्षण के अनुसार इसमें खाद एवं उर्वरकों का प्रयोग करें। पौधों में सूक्ष्म एवं गुणकारी पोषक तत्वों की आपूर्ति के लिए भिंडी की फसल की वानस्पतिक विकास की अवस्था में इसमें पानी में घुलनशील खाद N:P:K 19:19:19 @ 1 प्रति एक किलोग्राम + सूक्ष्म पोषक तत्व @ 250 ग्राम प्रति एक एकड़ 200 Liter पानी में मिलाकर इसका फसल पर छिड़काव करें। यदि आपके पास ड्रिप द्वारा सिंचाई की पद्धति उपलब्ध हो तो पानी में घुलनशील खाद N:P:K 19:19:19 @ 3 प्रति किलोग्राम + सूक्ष्म पोषक तत्व @ 250 ग्राम प्रति एक एकड़ की दर से ड्रिप सिंचाई के माध्यम से भिंडी की फ़सल में दे ।