बेकार पड़ी प्लास्टिक की बोतल में उगाए हरी प्याज!

/media/tips/images/green-onion-plant-in-plastic-bottle-container-khetiwadi.jpg

आज के जलवायु परिवर्तन (Climate change) के समय में सब्जियां तथा फलों की खेती करना किसानों के लिये बहुत ही चुनौतीपूर्ण काम होता जा रहा है। मौसम का किसी भी समय बदलना, कीड़े तथा अनेक प्रकार की बीमारियां आदि फसलों को प्रभावित कर उनकी क्वालिटी को ख़राब कर रहे हैं। अगर अच्छी क्वालिटी की फसलें खेतों में उगती भी है, तो उनकी बिक्री तथा भंडारण समय पर नहीं हो पाता है, जिससे फसल में सड़न लगने लगती है। अगर हरी फ़सलो की बात करें तो हरी प्याज की खेती में खासकर कीड़े लगने का खतरा सबसे ज़्यादा बना रहता है। इसी स्थिति में अगर आप चाहें तो अपने घर पर ही बिना किसी अन्य खर्च में ताजा तथा सेहतमंद प्याज को उगा सकते हैं।

आवश्यक वस्तुयें :-

अपने घर पर ही हरी प्याज को उगाने के लिये हमें कुछ वस्तुओं की जरूरत होती है, जैसे की हरे प्याज की कटिंग यानी उसकी जड़, पाँच लीटर वाली प्लास्टिक की बोतल, पानी, मिट्टी, गोबर से बनी नेचुरल खाद तथा रस्सी आदि की हमें ज़रूरत पड़ेगी।

प्याज उगाने की पूरी प्रक्रिया:-

सबसे पहले 5 लीटर की प्लास्टिक की बोतल को लेकर उसका ऊपरी भाग केंची या आरी की सहायता से काटकर उसे अलग कर दें। इसके पश्चात हर तीन इंच पर बोतल के चारों तरफ़ छोटे-छोटे छिद्र बना ले, जिससे हरी प्याज की जड़े को इसमें सेट किया जा सके। अब इसके बाद बोतल में 50 फीसदी तक वर्मी कंपोस्ट (केंचओं से बनी खाद) तथा 50 फीसदी कोकोपीट इसमें मिलाकर इसे भर दें, इससे पौधे लगाने पर उनका अच्छा विकास हो सकेगा।

अब सब्ज़ी का पॉट तैयार हो जाने पर इसके अंदर हरी प्याज की जड़ों को सैट कर दें तथा पौधों में हल्का पानी स्प्रे बोतल की मदद से डाले। इस तरह से हरे प्याज का पौधा तैयार होगा, जिसके पश्चात हर कुछ-कुछ दिनों में पौधों की कटिंग कर कई बार हरी प्याज का उत्पादन ले सकते हैं।

इस प्रकार करें पौधो की देखभाल:-

केवल हरी प्याज के पौधे लगाने भर से पूरा काम खत्म नहीं हो जाता, अपितु इसकी समय-समय पर देखभाल की भी आवश्यकता पड़ती है। ऐसे समय में हरी प्याज की बढ़िया उपज प्राप्त करने के लिये पॉट में मिट्टी, फ़ॉस्फ़ोरस, पोटाश, नाइट्रोजन तथा गोबर से बनी खाद को अवश्य इसमें मिलायें।

फ़सल में किसी भी प्रकार के कीटनाशक या दवा या कैमिकल का प्रयोग ना करें, इससे इनके स्वास्थ्य पर ख़राब असर पड़ सकता है।

पौधे में फफूंद या कीड़ा रोग लगने पर नमी के तेल को पानी में मिलाकर पौधों पर इसका स्प्रे करें।अगर आप चाहें तो तुलसी या मिंट के तेल का भी इस पर स्प्रे कर सकते हैं।

अब हरी प्याज के पॉट को सीधी धूप दिखायें, जिससे आप प्याज के पौधों से हर लगभग 20 से 25 दिनों के अंदर ही उत्पादन ले सकते हैं। प्याज़ के पौधे की लंबाई तीन सेमी. होने पर लगभग हर 4 महीने में पौधों की कटिंग कर दें तथा कटिंग के पश्चात 20 दिन में अंकुरण की भी जांच करते रहें।

अगर प्याज़ के पौधों की जड़ो या बीज से नये पौधे नहीं निकल रहे हैं, तो उन पुरानी जड़ों को पॉट से बाहर निकाल कर उनकी जगह नई जड़ो को भी इसमें लगा सकते हैं।

अपनी सुविधा के लिये बोतल को जमीन पर रखने के बजाय उन्हें ऊँचाई पर खूँटी बनकर उन पर भी टांग सकते हैं।

Analyze Mandi Bhav

Today Mandi Bhav

View More Agriculture Tips

सोयाबीन की फसल में फूल एवं फलियों का गिरने से रोकना!

7.62 K

2 minutes ago

अमरूद ( जामफल ) में फल मक्खी का नियंत्रण

4.94 K

2 minutes ago

सोयाबीन की फसल में तम्बाखू इल्ली का रोकथाम !

6.01 K

7 minutes ago

सोयाबीन फलियों की उचित वृद्धि के लिए!

5.94 K

an hour ago

भावांतर भुगतान योजना 2025: सोयाबीन किसानों को मिलेगा MSP का पूरा लाभ

663

an hour ago

आधुनिक खेती , मॉडर्न फार्मिंग

2.57 K

an hour ago

लहसुन की फसल में खाद एवं उर्वरकों का प्रबंधन!

12.91 K

an hour ago

दूध उत्पादन हेतु अजोला चारा

6.46 K

an hour ago

भारत में फसलों के भाव कैसे तय किये जाते है ?

3.58 K

an hour ago

बेकार पड़ी प्लास्टिक की बोतल में उगाए हरी प्याज!

12.51 K

an hour ago

चने की फ़सल के लिए उचित मात्रा में खाद एवं उर्वरक प्रबंधन!

10.86 K

an hour ago

कसुरी मेथी क्या है, स्वास्थ्य के लिए इसका उपयोग

29.32 K

an hour ago

प्याज के कन्दों के विकास के लिए महत्वपूर्ण सलाह!

21.17 K

an hour ago

मिर्च की फसल में फूल की वृद्धि और फलों का विकास!

6.51 K

an hour ago

अमेरिका की तर्ज पर खेती केसे करे ?

3.33 K

an hour ago

मैं प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करके मिट्टी की स्थिति कैसे सुधार सकता हूँ?

2.12 K

an hour ago

संतरे के फूल गिरने से केसे बचाए

2.94 K

an hour ago

सोयाबीन की फसल में अधिक फलियाँ प्राप्त करने हेतु!

5.81 K

an hour ago

लहसुन और प्याज का बीज एवं भूमि उपचार!

7.03 K

an hour ago

पुराने समय ओर आज के समय मे खेती करने मे कितना बदलाव आया है ?

4.27 K

an hour ago

क्या किसानों के लिए गुजरात में कोई ट्रैक्टर लोन योजना है?

3.05 K

an hour ago

पॉलीहाउस या ग्रीनहाउस क्या होता ? क्या इसकी खेती करना आसन होता है?

1.86 K

an hour ago

चने की दो नई क़िस्मों से अब होगा किसानों का फायदा ही फायदा !

19.59 K

an hour ago

चिपचिपे जाल को फ़सल के चारों ओर लगाने से फायदे!

6.74 K

an hour ago

वर्मीकम्पोस्ट कैसे बनता है?

2.3 K

an hour ago

भिंडी में फूलों की मात्रा ऐसे बढ़ाएं

5.72 K

an hour ago

क्या खेती मे ड्रोन का उपयोज लाभकारी है ?

2.32 K

an hour ago

लहसुन की खेती के लिए बीज दर एवं बुवाई का समय!

22.32 K

an hour ago

डेयरी फार्म केसे शुरू करे

4.31 K

an hour ago

मल्चिंग तकनीक से खेती करने का फायदा

4.88 K

an hour ago